नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव में भाजपा भले ही हार गई हो, लेकिन इसके बावजूद उसके वोटों के प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में ज्यादातर सीटों में भगवा को बढ़त मिली है।
नतीजों के विश्लेषण से ज्ञात होता है कि दिल्ली में भाजपा भले ही चुनाव हारी हो, पर पिछली बार के मुकाबले इस बार वोटों के प्रतिशत में वृद्धि हुई है। इससे जाहिर होता है कि आप से लोगों का रुझान घटा है। 63 सीटों पर भाजपा के वोट प्रतिशत बढ़ा है। 70 में से 8 सीटों पर भाजपा जीती है। 20 सीटों पर भाजपा ने 2015 चुनाव की तुलना में 10 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर बढ़े हैं। भाजपा को सबसे ज्यादा लाभ नजफगढ़ सीट से मिला है। यहां 21.5 फीसदी वोट का हिस्सा बढ़ा है।
दिल्ली में भाजपा पिछले 22 साल से सत्ता से बाहर है। आप के पहले कांग्रेस की शिला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रही। आप की जीत के बावजूद 38 सीटों पर आप का वोट प्रतिशत घटा है। कई मुस्लिम क्षेत्रों में आप के वोट प्रतिशत में जबरदस्त वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर स्पष्ट है आप फिर सरकार बनाने जा रही है। भाजपा फिर सत्ता के इंतजार वाली लाइन में खड़ी हो गई और कांग्रेस का तो अता पता ही गायब है।
दिल्ली चुनाव में भाजपा को हार के बाद भी मिला फायदा