गौतम बुद्ध का जन्म आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था। इनको बचपन में सिद्धार्थ नाम से जाना जाता था। सिद्धार्थ राज परिवार से थे। सिद्धार्थ ने विवाह के कुछ समय बाद घर-परिवार छोड़ दिया और ज्ञान की तलाश में निकल गए। वे संसार को दु:खों से मुक्त करना चाहते थे।
ज्ञान की तलाश में उन्होंने लम्बे समय तक कठोर तपस्या की ओर जब ज्ञान की प्राप्ति हुई तो वे सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध बन गए और बौद्ध धर्म की स्थापना की। बौद्ध धर्म को मानने वाले आज भारत ही पूरे विश्व में अनेक देशों में है। गौतम बुद्ध ने समय-समय पर मनुष्यों को जीने का तरीका बतलाते हुए कहा कि अगर आप पर कोई क्रोध करता है, तो आपको उससे प्यार करना चाहिए। आप झूठ को सच्चाई से व बुराई को अच्छाई से परास्त कर सकते हैं। मनुष्य को हमेशा वर्तमान में जीना चाहिए जो बीत गया और जो आने वाला है उसके विषय में चिंतन नहीं करना चाहिए, अगर कोई मूर्ख व्यक्ति हो, तो उसे कितना ही समझा दो उसके समझ में नहीं आएगा। आप किसी का बुरा करेंगे या बुरा करने का सोचेंगे तो आगे-पीछे आपके साथ भी बुरा ही होगा। व्यक्ति को अपनी तारीफ या बुराई से विचलित न होते हुए धर्म के मार्ग पर ही चलना चाहिए। अत: गौतम बुद्ध के बतलाये मार्ग आज भी उतने ही प्रासंगिक जितने आज से 2500 साल पहले थे।
बुद्ध जयन्ती विशेष- गौतम बुद्ध की बातें